हिमालय सुनामी
उत्तराखन्ड में
कोहराम मचा था
चारों ओर
थी त्राहि-त्राहि
मिलकर सभी
ऐसी विपदा में
साथ-साथ
लडे ये लडाई ।
नर-नारी
का भेद नही था
संकट
में भी जवानो ने
जान बचाइ ,
सेना
हो या वायु सेना
सभी
वीर सिपाहियों को
हार्दिक बधाई ।
केदारनाथ धाम
में
यह विभिषिका बहुत बडी थी
,
संकट मानव
जीवन पर था
हर ओर
मौत खडी थी ।
दर्दनाक
उस मंजर को
याद
करते ही रुह कांपने
लगती है
जल
नही जलधि बन गयी
थी घाटी
आज
भी वो स्वप्न में
दिखती है ।