प्रतिष्ठान हमारा सुरक्षित रहे
हम सदा रहें
दुर्घटनाओं से मुक्त
,
प्रयोग में लायेंगे सभी उपकरण
जो भी संरक्षा में हों
उपयुक्त । संरक्षा –सुरक्षा
आँखें हमारे जीवन में
ईश्वर का सबसे बडा वरदान ,
इनकी सुरक्षा के लिये चलायें
जन - जागृति अभियान ।
आँखों का मुल्य उनसे पुछो
जो हैं जन्म से अन्धे ,
आँखों के बिना सब अन्धकार
ध्यान से समझ ऐ बन्दे ।
आँखों को बचाने के लिए
इनको चश्मा पहनाना
लापरवाही मत कर बन्दे
यदि जीवन सफल बनाना
एक आँख को खोकर
जिसने आँखों का मुल्य जाना
दुनियाँ में उस शख्स को प्यारे
सभी कहते हैं काना ।
मेरी मनसा नही है भैया,
किसी को दुख पहुँचाना
अपनी सुरक्षा के लिए जरुरी
सभी संरक्षा उपकरण अपनाना ।
चश्में और भी खरीदे जा सकते हैं
परन्तु आँखें हैं अनमोल
क्या कहता है प्राणी अब तो
इस अमृत-वाणी को तोल ।
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