गुणवत्ता का महत्व
गुणवत्ता विकास की सीढी है,
इससे न करो कभी खिलवाड़
हौसलें आपके बुलन्द हों तो
रास्ते देंगे स्वयं
क्या रेत,क्या समुद्र या हो पहाड़ ।
ग्राहक सन्तुष्टि का करके ध्यान
हर पुर्जे की शून्य-त्रुटि का लेकर मन्त्र महान,
सबसे बडा, “ग्राहक है प्रचारक” हमारा
यही वाक्य है, हमारे लिये विधाता का विधान।
इसी मन्त्र में छिपा भविष्य ,
हमारी सफलता से आगे बढने का,
लेलें शपथ,अब से त्रुटि नही होगी
संकल्प लें,
विकास की सीढी चढ्ने का।
गुणवत्ता के साथ-साथ
व्यवहार हमारा निर्मल हो
व्यवसाय को कैसे आगे बढाए
यही हम सभी साथियों का लक्ष्य हो।
लोकेश कुमार
-S.K.H.1.weld-1
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